“स्ट्रीट वेंडर्स” खातिर एगो पारदर्शी व्यवस्था के जरूरत (भोजपुरी)

Dial down the FREE Subscription for such premium content on our YouTube channel. How to Add Subscribe Button on YouTube Videos (Subscribe Button PNGs)

खाए पिए के सबके आपन पसन होला | हमनी के भीतर एगो मानवीय गुण बा, कि कवनो चीज तनी मनी तय हिसाब से ज्यादा मिल जाला, त आदमी आकर्षित आ खुश हो जाला | सुबह दूध वाला घरे आवत बा आ तय माप से तनी मनी बाद में ढेर दे देला त आदमी खुश हो जाले | इहे चीज सब्जी मंडी में बा | अगर तरजुई के कांटा तनी बाएँ नव जाव त आदमी सब्जी वाला के लुटेरा घोषित कर देला आ उहे तनी दाए मुड़ जाला त निक लागे लागेला | अक्सर जब हम दिल्ली चाहे फरीदाबाद जाई ना त सड़क के किनारे कचौड़ी वाले के पास पुदीना मिक्स भाजी संघे कचौड़ी जरूर खाईना | अच्छा लागेला | हम डोमिनोज भी जाईना | लेकिन दुनो जगह में बहुत अंतर बा | डोमिनोज कतनों कोशिश करले लेकिन भारतीयता के बोध ना हो पावे | हमनी के तनी एक्स्ट्रा प खुश होखे वाला जीव हई जा | फोचका के उदहारण ले लिही | तय मात्रा के मुताबिक फोचका खईला के बाद मुफ्त में मसालेदार पानी पीही आ एगो सुखाइल फोचका डेजर्ट के रूप में अनिवार्य हो गईल बा | बिना कहले फोचका वाला इ परोस देला काहे कि उ बढ़िया से जानत बा कि बिना खईले आदमी ना जईहे |

एगो अउरी बारीक अंतर बा | डोमिनोज या फिर कवनो ब्रांड जवन पिज्जा, बर्गर आदि बेचेला, ओकरा से यदि कहल जाव कि तनी पियाज आ भा टमाटर से टॉपिंग कर द, त करी लेकिन ओकर दाम डेढा हो जाई | लेकिन अगर कचौड़ी वाला लगे बानी आ कही कि भैयवो तनी पियाज छिरिक दे त तनी अउरी | बिना एक्स्ट्रा खर्च के पियाज के टॉपिंग हो जाला | इ मूल अंतर बा | विकास के चकाचौंध में एगो बड वर्ग अझोला होखत जा रहल बा | शहरीकरण अउरी विकसित कहाए के होड़ फेरीवाला के गुलाम बना रहल बा | बेचे कीने के जगह के स्वतंत्रता छिना रहल बा | ख़ास अधिकारी मिल के एह बात के तय करत बा कि कहाँ केकरा बेचे के चाही आ कहाँ ना | जगह तय के अधिकार कहीं ना कही शोषण के दरवाजा खोल देले बा | एगो वास्तविक उदहारण अनुभव के आधार प देल चाहब जवन हमार बिंदु के मजबूत साबित कर सके | कुछ दिन पहिले हमार शिफ्टिंग पुणे में भईल | शाम के स्नैक्स खातिर जब निकलनी एगो फेरीवाला (स्ट्रीट वेंडर्स) सड़क के किनारे वडा पाव बेचत रहे |

Decoding World Affairs Telegram Channel

खात खानी बात-बात प पूछ लिहली कि कोई परेशानी त ना नु होला? कहीं कवनो प्रकार के महिना वेग्रह त ना नु देवे के परेला | स्ट्रीट वेंडर्स के तरह से जवाब इ मिलल कि एहिजा पुलिस त ना लेकिन सामने एगो राजनितिक पार्टी के दफ्तर बा ओहिजा रोज सांझी के 100 रु देवे के परेला | हम पूछ देनी कि जब इ वेंडिंग जोन ना ह त काहे लगईले बानी? उहाँ के जवाब बहुत प्यारा अउरी तार्किक रहे | स्ट्रीट वेंडिंग जोन जहाँ बा ओहिजा लोगन के आवाजाही कम बा | प्रोफेशनल लोग बा, बाजार तनी कम बा | अउरी कुछ बाजार वाला जगह प वेंडिंग पॉइंट बनल बा त भीड़ बहुत बा | ओहिजा बेचे के लाइसेंस लेवे खातिर मोटा पईसा खिआवे के परी| ओकरा से बेहतर बा कि कुछ दे ले जिनगी के गुजारा कर लेवल जाव | जाने अनजाने एगो फेरीवाला आ ठेलावाला भ्रष्टाचार के हिस्सा बन जाला | होला उहे जवन होखे के रहेला बस नियम बन जाला जवना के वजह से प्रशासन के भ्रष्टाचार से दरवाजा खुल जाला | इहे हाल दिल्ली जईसन बड महानगर में भी बा | आए दिन असंगठित ठेलावाला के पुलिस परेशान करत रहेले | एकरा पीछे कारण इहे बा कि सभे एह चीज के जानत बा लेकिन आजुले कवनो कानून ठोस आ पारदर्शी ना बन पाइल |

See also  चुनाव जीते कोई लेकिन हारी बिहार (भोजपुरी)

हालाँकि सरकार एह विषय प कुछ करे के प्रयास जरूर कईलस लेकिन सही ढंग से अमली जामा ना पहना पाइल | 2014 में बनल कानून के खास बात इ रहे कि ओह में “टाउन वेंडिंग कमिटी” बनावे के बात कईल गईल रहे | निर्णय लेवे के अधिकार वाला टीम में एकर जगह रहे | काम इ रहे कि पूरा दिल्ली के सर्वे करो आ स्ट्रीट वेंडर्स लोगन के एगो सूची तईयार करो | सूची में तईयार लोगन के 9 साल तक के लाइसेंस देवे के प्लान कईले रहे | अगर दुकान आगे रखल चाही तब 9 साल बाद ओकरा दोबारा फ्रेश बनवावे के परी | एह कानून में इ अधिकार ओह समिति के देल गईल बा कि हर महिना किराया अउरी क्षेत्र के देखरेख करो | वेंडर्स के बेचे के समय निर्धारित बा आ जगह भी 6×4 फीट से ज्यादा ना होखे के चाही | इ सब त ठीक बा लेकिन इ तब तक सफल ना हो पाई जब तक से पूरा नियंत्रण सरकार के हाथे ना आ जाई | या त पहिले लेखा रहे दिही जेकरा जहाँ लगावे के बा ओहिजा लगाईं आ भा पूरा बढ़िया से जिम्मेवारी लेके एकरा के मुकम्मल करी |

एह वर्ग के ज्यादातर सरकारी नितियन में अझोला कईल गईल बा | FDI जईसन विदेश निवेश के पूरा छुट मिलला से असही आमदनी कम भईल बा | ऊपर से नीतिगत अन्याय अउरी ख़त्म कर दिही | हमनी के भूले के ना चाही कि एह व्यवसाय में लगभग 5 करोड़ भारत के लोग जुडल बा | एह से ओह लोग के हित के भी ध्यान में रखल ओतने जरूरी बा जतना कि विदेश निवेश के | फेरीवाला, ठेला-कुम्चा प बेचे वाला आलू टिक्की, बर्गर आदि खातिर कच्छा माल जईसे आलू आदि एहिजे के किसान के लेके उपयोग करेला | जबकी मैकडी, डोमीनोज आदि ज्यादातर कच्छा माल इम्पोर्ट करके ही उपयोग करेला| कहे के मतलब इ बा कि असंगठित क्षेत्र में लागल जतना भी ठेला कुमचा वाला लोग आ चाहे फेरीवाला बा, ओह सब लोगन के पहचान मिले के चाही | इ ना सिर्फ पाच करोड़ लोगन के व्यवसाय से जुड़ल बा बल्कि भारत के किसानन द्वारा पैदा भईल कच्छा माल के भी खपत करेला | एह से एह वर्ग के सुनियोजित तरीका से व्यवस्थित कईल बहुत जरूरी बा |

See also  एकबार फिर से 'बिहार' ट्रांजीशन स्टेट में

अब बात इ आवत बा कि एकर का हल हो सकेला? हमरा समझ से एह प्रकार के टाउन वेंडिंग कमिटी बनईला से बेहतर बा कि कुछ अइसन प्लान होखो जवन जमीन प लउके | एकरा जगह प स्ट्रीट वेंडर प्रोटेक्शन अथॉरिटी बनावल जा सकेला | लाइसेंस के भी सिस्टम उहे होखो | लेकिन जगह निर्धारित करे के भी प्रावधान होखे कि के कहाँ लगाई | ठीक ओसही जईसे मेला आदि में दुकान आदि के व्यवस्थित तरीका से दुकानदार के नाम से तय कईल जाला | बाकायदा एकरा खातिर लाइन से छोट उचाई वाला स्टाल बनावल जा सकेला | स्टाल नंबर के मुताबिक सभके दोकान तय होखे | रोड आ संगठित दोकान के बीचे खाली स्थान रहेला | ओह खाली स्थान के सुनियोजित तरीके से उपयोग कईल जा सकत बा | जवना के उचाई कम होखला के वजह से पीछे के संगठित दोकान के भी परेशानी ना होई आ स्टाल अउरी संगठित दोकान के बीचे एगो रास्ता भी बनल रहो | एह से होई का कि पहिला चीज, दोकान शहरी सौंदर्य के हिसाब से क्रमबद्ध तरीका से लाग जाई | दूसरा फायदा इ होई कि पुलिस के वसूली जईसन चीज से निजात मिल जाई | तीसरा फायदा इ होई कि स्ट्रीटवेंडर्स के स्वतंत्रता मिल जाई जवना से बिना भय के आपन दोकान बढ़िया से चला पाई |

अब इ सवाल उठ सकेला कि एकरा में आ एकरा पीछे लागल दोकान में का अंतर रह जाई? बिल्कुल अन्तर बा | इ ओह जगह प बा जवना से गरमजरुआ जमीन कहाला | संभवतः सरकार के ही होला जवना के सामने वाला घर के लोग कब्ज़ा कर लेला | खैर शहर में थोडा कम होला | उ स्पेस बाचल रह जाला | ओह जगह के पूरा पूरा उपयोग भी हो जाई आ रेहड़ी पटरी के वजह से कभी कभी ट्रैफिक के जवन दिक्कत आवेला ओकरा से निजात भी मिल जाई | अइसन बिल्कुल नइखे कि इ कॉन्टेक्स्ट के बिल्कुल बाहर बा | एकरा के स्मार्ट सिटी जइसन प्रोजेक्ट के हिस्सा बनावल जा सकेला | अभी तक स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में एकरा प बात नइखे भईल | इहाँ तक कि अगर मौल वेग्रह भी बन रहल बाड़ी सन त मौल बिल्डिंग के बाहर अउरी कैंपस के भीतरी स्टाल बनावल जा सकेला | अगर हर मौल के पूरा बाउंड्री से सटा के असंगठित लोगन खातिर स्टाल लागे त बहुत आसानी से तक़रीबन सौ से ज्यादा स्टाल लाग सकेला | जब अतना स्टाल लाग सकेला त सोची कि कातना लोगन के पूरा शहर में रोजगार मिल सकेला |

See also  राजनीती के बॉल बेअरिंग ह साम्प्रदायिकता (भोजपुरी)

जवन भी किराया होखे आ एकरा से जुड़ल कागजी कार्यवाई के संबधित अधिकार होखे, उ सिर्फ सरकार द्वारा निर्मित ‘स्ट्रीट वेंडर प्रोटेक्शन अथॉरिटी’ के हाथ में ही निहित होखे के चाही | जवन भी मौल से देवे लेवे के हिसाब होखे उ सरकार आ मौल के बीचे ही होखे | एह तरह के प्लान बना के भी स्ट्रीट वेंडर्स के अधिकार सुरक्षित रख सकेला | एकरा अलावां स्ट्रीट वेंडर्स के सुरक्षा के इंतजाम भी सख्त होखे के चाही जवना से कवनो पुलिस चाहे अधिकारी आपन पद के गलत फायदा मत उठा पावस | ओह अथॉरिटी में ‘ग्रिएवांस एड्रेसल बॉडी’ जईसन चीज के स्पेस देवे के परी तभी एह समस्या के कुछ हल निकल सकेला | अगर कवनो पुलिस गलत करत बा आ जबरन विस्थापित करे के कोशिश करत बा त ओकरा उचित दंड देवे के भी प्रावधान तय करे के परी | 2014 वाला कानून आ टाउन वेंडिंग कमिटी सब हवा हवाई बा | जमीनी स्तर प हकीकत उहे पुरनका बा आ समस्या भी अभी ओहिजे बा | एह से जरूरी बा कि वेंडर्स लोगन के फुल प्रूफ अधिकार मिलो ताकी प्रशासनिक अन्याय से निजात मिल सके | आपन व्यापार करके जीविका चलावे के सन्दर्भ में इहाँ तक 1989 में सुप्रीम कोर्ट भी अपना निर्णय में इ बात कह चुकल कि फेरीवाला लोगन के फंडामेंटल राईट बा | कानून बनला के तीन साल बाद भी स्तिथि जस के तस बा|

Spread the love

Support us

Hard work should be paid. It is free for all. Those who could not pay for the content can avail quality services free of cost. But those who have the ability to pay for the quality content he/she is receiving should pay as per his/her convenience. Team DWA will be highly thankful for your support.

 

Be the first to review ““स्ट्रीट वेंडर्स” खातिर एगो पारदर्शी व्यवस्था के जरूरत (भोजपुरी)”

Blog content

There are no reviews yet.

Decoding World Affairs Telegram Channel
error: Alert: Content is protected !!