स्वतंत्र भारत के झांकी : भाग – 22

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अध्याय – 3 “भारत के पडोसी देशन से युद्ध  – 8”

1971 : भारत पाकिस्तान युद्ध – ‘स’

अभी तक हमनी के पहिला अध्याय ‘राष्ट्र एकीकरण के चुनौती’ के बारे में देखनी जा| एह अध्याय में हमनी के एह बात से अवगत भईनी जा कि कईसे लार्ड माउंटबेटेंन, सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरु अउरी वी.पी. मेनन के टीम पाहिले त्रावनकोर ओकरा बाद जोधपुर, जैसलमेर, जूनागढ़, हैदराबाद अउरी कश्मीर के एकीकरण करे में सफल भईले जा| दूसरा अध्याय ‘देश के भीतर मूलभूत एकीकरण’ में हमनी के देखनीजा कि कईसे सबसे पहले प्रशासनिक एकीकरण भईल, ओकरा बाद आर्थिक एकीकरण, सामाजिक एकीकरण भईल| एकरा अलावां राज्यन के भाषाई एकीकरण अउरी क्षेत्रीयता के खिलाफ एकीकरण प भी चर्चा कईनी जा| ओकरा बाद तीसरा अध्याय शुरू भईल जवन भारत के पडोसी देशन के साथे जतना युद्ध भईल बा ओकरा बारें में विस्तार से चर्चा हो रहल बा| एह अध्याय के पहिला अंक में भारत पकिस्तान के पहिला युद्ध 1947 के बात हो चुकल बा| ओकरा बाद दूसरा आ तीसरा अंक में भारत चाइना युद्ध 1962 के बारें में बतकही भईल| चौथा अउरी पांचवां अंक में भारत पाकिस्तान के दूसरा युद्ध 1965 के बारे में चर्चा हो चुकल बा| पिछला अंक में भारत बनाम पाकिस्तान के तीसरा युद्ध यानि कि 1971 के पृष्ठभूमि आ ललकार के बारे में चर्चा भईल रहे| आगे के बात एह अंक में होई|

पिछला अंक में हमनी के इ देख चुकल बानी जा कि कईसे रह रह के पाकिस्तान चीन आ अमेरिका के बल प लड़ाई करे खातिर ललकारे लागल रहे| समय बदलल अउरी इ ललकार हमला आ युद्ध के रूप लेलस| प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी सीमावर्ती इलाका जहाँ शरणार्थी लोग रहे ओहिजा जाके इ भरोसा दिलवावत रही कि भारत हर संभव मदद खातिर तईयार बा| ओही घरी उहाँ के दिल्ली से सन्देश मिलल कि पाकिस्तान भारत प हमला कर देले बा| उहाँ के ओही दिन दिल्ली लौटावल गईल| आईला के बाद कैबिनेट अउरी फिर सेना से संवाद कईला के बाद उहाँ के रेडियो प जनता के संबोधित कईनी| उहाँ के रडियो के माध्यम से सूचित कईनी कि पाकिस्तान हवाई हमला में भारत के श्रीनगर, अवंतिपुर, पठानकोट, अमृतसर, अम्बाला, उत्तरलाई, जोधपुर आ आगरा के हवाई अड्डा प हमला कर चुकल बा| एह रडियो सन्देश में उहाँ के कहनी कि उहाँ के पूरा कोशिश रहे कि पश्चिमी पाकिस्तान अउरी पूर्वी पाकिस्तान के समस्या के बातचीत से हल हो जाव| लेकिन अब भारत प हमला प्रत्यक्ष रूप से चुकल बा जवन पहिले अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करत रहे|

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पाकिस्तान के इ गलती भारत के खुल के सामने आवे के मौका दे दिहलस जवना के भारत इन्तजार में रहे| एकर प्रतिक्रिया के रूप में भारत आपन पश्चिमी सीमान प वृहत स्तर प भारतीय सेना के जमावडा बनावे आरम्भ कर देलस, चुकी दिसम्बर तक शांतिपूर्ण प्रतीक्षा कईल गईल, जवना से की मॉनसून के वर्षाकाल के बादे भूमि शुष्क होके अभियान खातिर सहायक हो जाए जवना से भारत के कार्यवाही कईल आसान हो जाव अउरी हिमालय के दर्र्रान में हिमपात से आवाजाही अवरोधित हो जाव, जवना से चीन के बीच में घुसे वाला मार्ग अवरोधित हो जाए| 23 नवम्बर के पाकिस्तानी राष्ट्रपति याह्या खान पूरा पाकिस्तान में आपातकाल के घोषणा कर देले रहन अउरी अपना लोगन के युद्ध खातिर तइयार रहे के आह्वान कर देले रहन| 3 दिसम्बर के शाम पाकिस्तान वायुसेना भारत-पाक सीमा से लगभग 500 किलोमीटर दूर बसल आगरा सहित उत्तर-पश्चिमी भारत के 11 वायुसेना बेसेज़ प अप्रत्याशित रूप से हमला कईलस जवना के चर्चा श्रीमती इंदिरा गाँधी अपना रेडियो भाषण में कईले रही| श्रीमती गाँधी बांग्लादेश के आजाद करवावे के वादा भी कईले रही| एह से हमला के साथे उ भारतीय सेना के पूर्वी पाकिस्तान दने कूच करे के आदेश दे दिहली|

दोसरा दने भारतीय वायुसेना पश्चिमी पाकिस्तान के हवाई अड्डान प हमला करे शुरू कर दिहलस| भारत द्वारा समर्थित मुक्ति वाहिनी पाहिले से ही पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तानी सेना से लड़त रहे| भारत के काम अउर आसान हो गईल अउरी मुक्ति वाहिनी के एगो बल मिल गईल| एकर परिणाम इ भईल कि भारत बहुत आसानी से एक एक करके कब्ज़ा करे शुरू कर दिहलस| पाकिस्तान भारत के एह हमला के देखि के सोचलस कि भारत के पूरा ध्यान पूर्वी पाकिस्तान बा| एह से पाकिस्तान भारत के पश्चिमी छोर पर हमला करके योजना बनावे लागल| एकरा खातिर पाकिस्तान पहिला निशाना उत्तरलई एयरबेस के बनवलस| लोंगेवाला, रामगढ अउरी जैसलमेर के निशाना बनावे खातिर पाकिस्तान हमला के खाका तईयार कईलस| 4 दिसम्बर 1971 के रात के मेजर कुलदीप सिंह जानपुरी 83 जवानन के साथ एह मोर्चा के संभालत रहन| तबे कैप्टेन धर्मवीर उहाँ के सुचना देले कि सीमा पार से टैंकन के फ़ौज उनका पोस्ट दने बढ़ रहल बा|

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इ फ़ौज पाकिस्तानी ब्रिगेडियर तारिक मीर के रहे जवना के लक्ष्य लोंगेवाला अउरी रामगढ होते जैसलमेर रहे| भारतीय फ़ौज अउरी यूनिट मंगावे खातिर बटालियन के सुचना देके आपन छोट सेना के साथे हजारन के तादाद के आ रहल पाकिस्तानी फ़ौज के सामना करे खातिर डट गईले जा| रात होखला के वजह से वायुसेना भी मदद ना कर पावल| लेकिन सुबह होते हंटर लड़ाकू जहाज हमला करे शुरू कर दिहलस| इ विमान दिन भर पाकिस्तानी टैंक के तहस नहस करे में व्यस्त हो गईल| एह युद्ध के झलक ‘बॉर्डर’ फिल्म में मिलेला| थोडा बहुत जरूर प्रेरित बा एह घटना से| जैसलमेर के फतह करके ओहिजा डिनर करे के सपना देखे वाला पाकिस्तानी ब्रिगेडियर रामगढ़ पहुच के ब्रेकफ़ास्ट भी ना कर पईले| एही बीचे इंदिरा गाँधी भारत के ऊपर से उड़े वाला पाकिस्तानी विमानन प बैन लगा दिहली| एह से पूर्वी पाकिस्तान में मिले वाला वायु मदद से पाकिस्तानी सेना वंचित हो गईल| एह से भारतीय सेना के दबदबा अउरी बरियार हो गईल| भारत के तीनो सेना बरियार जवाबी कार्यवाई कईलस अउरी पाकिस्तानी प्लान के नेस्तनाबूद कर दिहलस अउरी नाकाबंदी कर दिहलस|

3 दिसम्बर के जवन हमला पाकिस्तान कईले रहे ओकर जवाब भारत 4 दिसम्बर के ऑपरेशन ‘ट्राईडेंट’ शुरू करके दे दिहलस| भारत के नौसेनों दुनो छोर प कमान संभलले रहे| पूर्वी छोर प पाकिस्तानी नौसेना से टक्कर लेत रहे अउरी पश्चिमी छोर प पाकिस्तानी सेना के मुकाबला करत रहे| पश्चिमी मोर्चा प युद्ध के नेतृत्व नौसेना एडमिरल कुर्बिल्ला के कमान में कईल गईल रहे| 5 दिसम्बर के भारत के नौसेना कराची बंदरगाह प जबरजस्त बमबारी कईलस| पाकिस्तानी नौसेना मुख्यालय के तहस नहस कर दिहलस| एह में आईएनएस विक्रांत के अहम् भूमिका रहे| एकर खास बात इ रहे कि एह पर से फाइटर प्लेन उड़ सकत रहे अउरी हमला करे में मदद कर सकत रहे| पाकिस्तानी सेना आईएनएस विक्रांत के ध्वस्त करे खातिर पूरा कोशिश कईलस लेकिन नाकाम रहल| लड़ाई के दूसरे दिने विक्रांत से उड़े वाला जहाज पूर्वी पाकिस्तान के कॉर्कस बाजार अउरी चितेगौंग बंदरगाह के तबाह कर दिहलस| एकरा खोज में पाकिस्तानी पंडूबी PNS गाजी निकलल| लेकिन बिना कुछ कईले सैकड़न सैनिकन के साथे गाजी समुन्द्र में दफ़न हो गईल|

भारत के युद्धपोत आईएनएस राजपूत पाकिस्तान के PNS गाजी के पूरा तरह से तबाह कर देले रहे| गाजी के डूबला के चलते पाकिस्तानी सेना के मनोबल निश्चित रूप से टूटल| लड़ाई भईल हताहत दुनो दने भईल| भारत के भी कुछ नुक्सान भईल| अमेरिका हर हाल में युद्ध विराम चाहत रहे| अमेरिका पाकिस्तान के पक्ष में रहे| अगर युद्ध विराम जल्दीए हो गईल रहित त शायद बांग्लादेश आजाद ना भईल रहित| चुकी बात यूनाइटेड नेशन में चल गईल रहे| अंतराष्ट्रीय राजनीती के इ विवंडना रहल बा कि पाहिले लड़ाई खातिर उकसावे ला अउरी बीचे में रोके के दबाव भी डालेला ताकी कवनो निष्कर्ष ना निकल पाव| दूसरा दने रूस भारत के पक्ष में रहे अउरी युद्ध विराम के प्रस्ताव के वीटो कर दिहलस| अमेरिका रूस प लगातार दबाव बनावे लागल रहे अउरी भारत पूर्वी पाकिस्तान के आजाद करा के यह चाल के मात देवे के फेरा में रहे| पाकिस्तान अमेरिका से सहायता के गुहार लगवलस| अमेरिका के राष्ट्रपति निक्सन पाकिस्तान के सहायता खातिर चीन के माध्यम बनवलस|

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अमेरिकी राष्ट्रपति आपन नेशनल सिक्यूरिटी एडवाइजर हेनरी किसिंजर के चाइना से बात करे के सलाह देले ताकी चाइना भारत प दबाव बनावे| अभी बातचित होखते रहे कि अमेरिका पाकिस्तान के समर्थन में सातवाँ जंगी बेडा बंगाल के खाड़ी में भेज दिहलस| अमेरिका के सातवाँ बेडा अमेरिका के सबसे शक्तिशाली बेडा रहे| अमेरिका अब खुल के समर्थन देवे लागल| भारत प लगातार युद्ध रोके के दबाव बढ़त चलत चल गईल| भारत रूस से मदद मंगलस काहे कि भारत अउरी रुस के बीचे ओही साल मैत्री समझौता भईल रहे जवना हिसाब से भारत प हमला रूस प हमला के बराबर होइत| सोवियत यूनियन भारत के समर्थन खातिर प्रशांत महासागर में मौजूद जंगी बेडा के हिन्द महासागर में भेज देले रहे| दसवां ऑपरेटिव बैटल ग्रुप के नाम से मशहूर एह बेडा में नुक्लेअर पनडुब्बी अउरी जहाज शामिल रहे| श्रीमती गाँधी के चाहत रहे कि अमेरिका के जंगी बेडा पहुचे से पहिले पाकिस्तान भारत के सामने समर्पण कर देवो| भारत के आर्मी जनरल शैम मानिकशॉ चिठ्ठी लिख के आत्मसमर्पण करे के आवाहन कईले|

पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान के सेना के लेफ्टिनेंट जनरल ए.ए.के. नियाजी के चाइना अउरी अमेरिका से सहायता के उम्मीद रहे| शुरू में नियाजी झुके खातिर बिल्कुल तईयार ना रहन| एक दू दिन बाद नियाजी के हवा गुल हो गईल जब भारत के सेना ढाका के तीनो दने से घेर लेले रहे| बांग्लादेश में बईठल पाकिस्तानी फौजी लोगन के हालात तब बहुत ज्यादा पस्त हो गईल जब भारतीय सेना पाकिस्तान के गवर्नर के घर प हमला कईलस जहाँ सारा बड अधिकारी मीटिंग खातिर इकठ्ठा भईल रहन| एह घटना के बाद नियाजी एह स्तिथि में आ गईले कि उ भारत के युद्ध विराम के प्रस्ताव भेज दिहले| सैम मानिकशॉ के जवाब सोझ रहे कि युद्ध विराम तबे संभव बा जब आत्मसमर्पण होइ| भारत के सेना वादा कईलस कि 16 दिसम्बर तक समय दिहल जाता तब तक कोई बमबारी ना होई अउरी आत्मसमर्पण के उम्मीद करी| एकर पालन ना करे के प्रतिफल के रूप में भी भारत जवाब दे देले रहे कि भारत 16 दिसम्बर के बाद अउरी गहिराह ताकत से पाकिस्तान प हमला करी|

मानिकशॉ जब इ जवाब पाकिस्तानी कमांडर नियाजी के देले तब अमेरिकी बेडा बंगाल के खाड़ी में घुसला के बाद चेतागौंग बंदरगाह के दने बढ़ चुकल रहे| चिठ्ठी लिख के इंदिरा गाँधी अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन के खुला ख़त भेज के उनका के जिम्मेदार ठहरईली| इंदिरा गाँधी के मत साफ़ रहे कि अमेरिका युद्ध रोक सकत रहे अगर उ पाहिले एह मामला में पहिले हस्तक्षेप कईले रहित| लेकिन अब जब समस्या सुल्झेके कगार प बा तब फिर से अमेरिका उलझावे के फेरा में बा| शैम मानिकशॉ मेजर जनरल जे ऍफ़ आर जैकब के आत्मसमर्पण के तईयारी के आदेश दिहले अउरी उ जाके नियाजी से मुलाकात कईले| लेकिन नियाजी फिर भी आत्मसमर्पण खातिर तईयार ना रहन| भारतीय सेना के मेजर जनरल जैकब उनका हाथ में सरेंडर पपेर थमा के आधा घंटा के मोहलत देके चल गईले| आधा घंटा बाद अइले जैकब से सरेंडर के बात स्वीकरले| सरेंडर के जगह ढाका के रेस कोर्स के मैदान के चुनल गईल| लगभग चार बजे मीर अब्दुल्लाह खान नियाजी अउरी जैकब ढाका हवाई अड्डा पहुचले| लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा दल बल के साथे ढाका पहुचले| श्री अरोड़ा अउरी नियाजी दुनो एके मेज पर बईठले जा जईसन कि निचे फोटो में देखावल गईल बा| दुपहरिया के दू बजे आत्मसमर्पण के प्रक्रिया शुरू भईल|

सिर्फ 14 दिन के अन्दर पाकिस्तानी सेना भारत के सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिहलस| अंत में नियाजी आपन पिस्तौल अउरी कन्धा के सुशोभित करे वाला बिल्ला आदि आरोड़ा के हाथे सौप के आत्मसमर्पण के प्रक्रिया के पूरा कर दिहले| कवनो सेना खातिर आत्मसमर्पण से ज्यादा अउरी कवनो शर्म के बात ना होला| सबकुछ बहुत जल्दी में भईल| अगर तनिको देर भईल रहित त शायद पश्चिमी बल के हस्तक्षेप से मामला बिगड़ सकत रहे| एह आत्मसमर्पण में पाकिस्तान के लगभग 90 हजार सैनिक युद्ध बंदी बन गईले| भारत एकतरफा युद्ध विराम के घोषणा कर देलस| पाकिस्तान में याहया खान इस्तीफा दे देले| ओकरा बाद पाकिस्तान के नया राष्ट्रपति बनले जुल्फिकार अली भुट्टो| पाकिस्तान जेल में बंद बंगबधू शेख मुजीबुर्रहमान के जनवरी में रिहाई मिलल| भारत आपन तीनो वादा पूरा कर दिहलस| पहिला शरणार्थी के वापस जाए के, दूसरा मुक्तिवाहिनी के हर तरह से सहायता करे के अउरी तीसरा शेख मुजीबुर्रहमान के जेल से रिहाई करवावे के|

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जुल्फिकार अली भुट्टो भारत के सामने शांति वार्ता के प्रस्ताव रखले| जून 1972 में शिमला में समझौता में बातचीत के प्रक्रिया शुरू भईल| ओह वार्ता में उनकर बेटी बेनजीर भुट्टो भी साथे भारत आइल रही| मैदान प युद्ध ख़तम हो गईल रहे लेकिन मेज के जंग अभी जारी रहे| पाकिस्तान के तरफ से पेश कईल बात एकतरफा रहे| पाकिस्तान बहुत ही ज्यादा दबाव में रहे| पाकिस्तान चाहत रहे कि नब्बे हजार युद्ध बंदी अउरी ग्रहण कईल जमीन भारत लौटा देले| जबकी भारत कश्मीर के मसला प स्थाई रूप से समझौता चाहत रहे| भारत के कहनाम रहे कि तब के सीमा के बॉर्डर मान के धीरे धीरे अंतराष्ट्रीय सीमा बना देवल जाव| पाकिस्तान एह समझौता में कश्मीर के शामिल ही ना कईल चाहत रहे| जुल्फिकार अली भुट्टो के चाहत रहे कि बिचौलिया के रूप में अमेरिका के शामिल कईल जाव| लेकिन श्रीमती गाँधी एह प बिल्कुल तईयार ना रही| पाकिस्तान जाए से पाहिले भुट्टो आधा रात के इंदिरा गाँधी से मिले गईले| गुहार कईले कि नब्बे हजार युद्ध बंदियन से छोड़ देस ताकी पाकिस्तान खाली हाथ मत जास|

अगिला दिन इंदिरा गाँधी यानि की 2 जुलाई के छौउआ ड्राफ्ट भुट्टो के सामने रखली| जवना प जुल्फिकार अली भुट्टो हस्ताक्षर करके मान लेले| भुट्टो सीजफायर लाइन के अंतराष्ट्रीय सीमा बनावे खातिर तईयार रहन| एहिजा दिक्कत इ भईल कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर प भारत के हक़ ना होई एह बात के इंदिरा गाँधी स्वीकार्य कर चुकल रही| यह प श्रीमती गाँधी के आलोचना हो सकत रहे एह से एकरा के गुप्त रखले रही| पाकिस्तान सिर्फ वादा कईले रहे कि एकरा के धीरे धीरे अंतराष्ट्रीय सीमा में तब्दील कर देवल जाई| भारत पाकिस्तान के बाकी समस्या में सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता होई, जबकी पहिले पाकिस्तान बिचौलिया के जरूरी समझत रहे| एह बातन प भारत पाकिस्तान के नब्बे हजार से ज्यादा युधबंदी के छोड़ दिहलस| दोसरा शब्द में कही त भारत के कुछ विशेष हाथ ना लागल| इहाँ तक कि नब्बे हजार युद्ध बंदी छोडला के बाद भी पाकिस्तान भारत के 54 युद्ध बंदी ना छोडलस| एह तरह से भारत मैदान में जंग जितला के बाद टेबल प पाकिस्तान से जंग हार गईल|

पाकिस्तान भारत के हर कमजोर कड़ी प हमला करके कश्मीर हासिल करे खातिर हर कदम उठवलस जबकी भारत आपन मजबूत कड़ी के कवनो फायदा उठा ना पाईल| भारत उ मौका खो देलस जब कश्मीर समस्या स्थाई रूप से हल हो सकत रहे| आखर पेज प हर हप्ता स्वतंत्र भारत के झांकी पढ़त रही अउरी पढ़ावत रही ताकी आपन इतिहास से लोग रूबरू आपन मात्रभाषा में होत रहे| एह सीरीज के अगिला लेख अगिला अतवार के……

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